ड्रॉपशिपिंग एक ऑनलाइन बिज़नेस होता है। ड्रापशिपिंग बिज़नेस में थोक विक्रेता से सामान लेकर ग्राहकों तक पहुंचाना होता है। हालांकि ड्रॉपशिपिंग का काम करते हुए आपको ग्राहकों तक कोई प्रोडक्ट वगैरह खुद से नहीं पहुंचाना होता, ये कार्य सप्लायर के जिम्मे होता है।ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में आप एक फुटकर विक्रेता होते हैं, जिसमें आप ‘सप्लायर’ को शिपिंग-चार्ज देते हैं, जो ऑर्डर को उसके ग्राहकों तक पहुंचाने की सुविधा प्रदान करता है। इसके लिए ड्रॉपशिपिंग के व्यवसाय में सप्लायर्स कुछ चार्ज करते हैं। कभी-कभी सप्लायर्स की ओर से इन चार्जेस या शुल्क में शिपिंग-चार्ज को भी जोड़कर बताया जाता है। वास्तव में ड्रॉपशिपिंग का व्यवसाय सप्लायर और ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन की साझेदारी में चलता है, इसलिए दोनों में एक बेहतर तालमेल जरूरी होता है।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस कौन कर सकता है|
जैसा कि हम जानते हैं ड्रॉपशिपिंग एक ऑनलाइन बिज़नेस होता है, और इसे कंप्यूटर अथवा स्मार्ट-फोन रखने वाला कोई भी व्यक्ति कर सकता है। बस इसके लिए मजबूत इंटरनेट कॅनेक्शन होना चाहिए। ड्रॉपशिपिंग का काम करने के लिए एक ई-कॉमर्स वेबसाइट और स्टोर की भी जरूरत होती है। अगर आप सोशल-मीडिया पर सक्रिय हैं, और आपके फ़ॉलोअर्स की संख्या अच्छी है, तो ड्रॉपशिपिंग का व्यवसाय आपके लिए काफी मुफ़ीद साबित हो सकता है।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में क्या करना होता है |
ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन के पास कोई गोदाम अथवा दुकान नहीं होती, आपकी बस एक वेबसाइट होती है। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में एक फुटकर विक्रेता के तौर पर आपको थोक सप्लायर्स से संपर्क स्थापित करना होता है। ड्रॉपशिपिंग का बिज़नेस करने वाले व्यक्ति को इसके बाद ग्राहकों से ऑर्डर प्राप्त करके उसे थोक विक्रेता या सप्लायर को भेज देना होता है। फिर थोक सप्लायर ऑर्डर किये हुए सामान को उपभोक्ता को डिलीवर करवाता है, और प्राप्त रकम में से ड्रॉपशिपिंग मैन को उसका पहले से तय हिस्सा दे देता है। इस तरह ड्रॉपशिपिंग से आपको अच्छी-खासी आमदनी हो सकती है।
ड्रॉपशिपिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें –
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले अपने इस व्यवसाय से संबंधित एक वर्ल्ड-क्लास वेबसाइट बनानी होती है। फिर आपको इस ड्रॉपशिपिंग बिजनेस वेबसाइट को प्रोमोट भी करना चाहिए। अपनी ड्रॉपशिपिंग बिजनेस वेबसाइट पर ‘ट्रैफिक’ बढ़ाने के लिए आप विभिन्न पेड-प्लेटफॉर्म्स की मदद ले सकते हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर,फेसबुक एडवरटाइजिंग, ई-मेल एडवरटाइजिंग से भी ड्रॉपशिपिंग बिजनेस प्रोमोशन में काफी सहूलियत मिलती है। ड्रॉपशिपिंग बिज़नेस की वेबसाइट बन जाने के बाद ही आपको सप्लायर्स से संपर्क का सिलसिला शुरू करना होता है।
इसी तरह का प्रयोग आप अपने अन्य करीबी अथवा विश्वसनीय संबंधों में भी आसानी से कर सकते हैं। इससे आपका ड्रॉपशिपिंग बिजनेस तरक्की की राह पर चल पड़ता है। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की वेबसाइट बनवाते समय आपको एक ‘डोमेन नाम’ लेना होता है। कोशिश करें कि वह आपकी ड्रॉपशिपिंग बिजनेस वेबसाइट का डोमेन नेम सहज हो और आपके प्रोडक्ट के नाम से मिलता-जुलता हो। इसके अलावा आपके ड्रॉपशिपिंग वेबसाइट आकर्षक व ‘यूज़र-फ्रैंडली’ भी होना चाहिए।
ध्यान रखें कि आपके ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में ग्राहकों की संख्या सीधे तौर पर वेबसाइट पर आने वाली ‘ट्रैफिक’ से जुड़ी होती है। अगर आप सोशल-मीडिया के अपने फॉलोअर्स को किसी उत्पाद के बारे में अच्छे से बता सकते हैं, तो बहुत उम्मीद है कि वे इसे खरीदने और इस्तेमाल करने को ‘कन्विंस्ड’ यानी राजी हो जाते हैं। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में हमें अपने ग्राहकों की पसंद-नापसंद का खास ख्याल रखना चाहिए। ध्यान रखें कि ड्रॉपशिपिंग बिजनेस वेबसाइट के स्टोर पर आपके द्वारा जो प्रोडक्ट्स दर्शाये जायें वे सप्लायर के पास उपलब्ध हों। अन्यथा इसका सीधा असर आपके ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की क्रेडिट पर पड़ेगा।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में थोक सप्लायर्स से डीलिंग कैसे करें –
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में वेबसाइट बनाने के बाद पहला कदम होता है सप्लायर्स से संपर्क करना। एक सप्लायर की ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की सफलता में काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। थोक सप्लायर से डीलिंग करते समय उसका पिछला रेकॉर्ड जरूर देखें। जिसमें उस सप्लायर द्वारा सप्लाई का तरीका, प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता, ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन से उसके बर्ताव का तरीका आदि विषयों पर विशेष ध्यान दें। ड्रॉपशिपिंग बिज़नेस में सप्लायर्स का चुनाव करते समय हमें मुख्यतौर पर इन बातों का ध्यान रखना चाहिए !
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में हमें एक से अधिक सप्लायर्स से संपर्क स्थापित करना चाहिए, ताकि आपको बेहतर विकल्प मिल सके। इसके अलावा यदि कभी एक सप्लायर के पास ऑर्डर किया गया सामान न हो, तो लगे हाथ उसे दूसरे से उपलब्ध कराया जा सके,
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए उसी सप्लायर का चयन करें, जो ‘चीप & बेस्ट’ प्रोडक्ट्स देता हो। अर्थात सप्लायर का चार्ज व रेट कम हो,
- सप्लायर ग्राहकों का पूरा ख्याल रखने वाला होना चाहिए,
- सप्लायर मार्केट में प्रामाणिक होना चाहिए,
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए उसी सप्लायर को चुनें जो अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट्स सप्लाई करता हो, क्योंकि इसी पर आपके ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की साख निर्भर करती है,
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में सप्लायर का चुनाव करें जिसकी ‘प्रोडक्ट्स रिटर्न पॉलिसी’ बेहतर हो, और ग्राहकों द्वारा माल पसंद न आने पर उसे वापस करने में आनाकानी न करे।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में ग्राहकों की संख्या कैसे बढ़ाएं –
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में ग्राहकों की संख्या बढ़ने पर ही फायदे भी बढ़ते हैं। इसलिए इस संबंध में हमें कुछ ठोस और कारगर नीतियां अपनानी चाहिए, जैसे–
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की वेबसाइट की रोजाना पड़ताल करें, कि कितने ग्राहक आये और उनकी डिमांड क्या है।
- देखें, कि आपके किस प्रयास से ग्राहक अधिक से अधिक आकर्षित हो रहे हैं, उस पर खास ध्यान दें।
- देखें कि ग्राहक टूटते क्यों हैं, उसका समुचित समाधान करें।
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में अपने ग्राहकों से आप सोशल-मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ सकते हैं, और विभिन्न अवसरों पर बधाई, शुभकामना आदि भेजकर अच्छी ‘गुडविल’ बना सकते हैं।
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस वेबसाइट पर ग्राहकों द्वारा किये गए प्रश्नों का यथोचित उत्तर दें।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करने के फायदे और नुकसान –
हर बिज़नेस की तरह ही ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में भी कुछ विशेष सहूलियतें हैं, तो कुछ कमियां भी। तो आइये एक नज़र डालते हैं ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के फायदे और नुकसानों पर।
इस क्रम में पहले देखते हैं ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के फायदे –
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करने को स्पेस यानी जगह बहुत ही कम चाहिए होती है, और मेहनत भी अपेक्षाकृत कम करनी पड़ती है।
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस ऑनलाइन होता है, सो आप इसे कहीं से भी कर सकते हैं।
- ग्राहक तक ऑर्डर सप्लाई और डिलीवरी का काम खुद सप्लायर्स ही करते हैं, ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन नहीं। वह तो ग्राहक और थोक विक्रेता के बीच बस एक ‘मीडिएटर’ यानी बिचौलिया होता है।
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में कोई सरहद नहीं होती, इस व्यवसाय को आप अपने मनमुताबिक विस्तार दे सकते हैं।
ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की कमियां
- अगर सप्लायर अच्छे माल की सप्लाई नहीं करता तो इससे ड्रॉपशिपिंग बिजनेसमैन की भी क्रेडिट खराब हो जाती है,
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में ग्राहक को माल-वापसी की सहूलियत देना भी काफी अहम होता है, जिस पर सप्लायर आनाकानी कर सकता है,
- ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के फायदे देखते हुए सप्लायर आपको सपोर्ट करने की बजाय खुद अपना काम भी शुरू कर सकता है, जो आपके लिये नुकसानदायक साबित हो सकता है।
इस तरह हमने देखा कि ड्रॉपशिपिंग बिजनेस ऑनलाइन होने वाला आजकल का एक ट्रैंडिंग और स्मार्ट बिज़नेस है, जिसके लिए खास जगह अथवा मैनपावर की जरूरत नहीं। और जिसमें कम मेहनत से ही आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। हमें आशा है कि ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के बारे में ऊपर दी गई जानकरी से आप संतुष्ट होंगे। फिर भी अगर ड्रॉपशिपिंग बिजनेस से संबंधित आपका कोई सवाल हो, तो कॅमेंट-बॉक्स में आकर पूछ सकते हैं।